कहते हैं की माता बगलामुखी का यह मंत्र भक्तों के लिए बेहद ही लाभ्कारी होता है। इसके नियमित जाप से विविध कष्टों, शत्रुओं और बुरी नजर के निवारण में मदद मिलती है इस मंत्र का जाप दुश्मनों को नष्ट करता है और विरोधियों को शांत करता है। साथ ही ऐसी भी मान्यता है की इस मंत्र का जाप व्यक्ति की बुद्धि को स्वच्छ विचारों से परिपूर्ण करता है और समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रेरित करता है।
ॐ बगलामुखी देव्यै ह्लीं ह्रीं क्लीं शत्रु नाशं कुरु
ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।
स भवेत् मंत्रसिद्धश्च देवीपुत्र इव क्षितौ ।।
पीलेवस्त्र पहिनकर हल्दी की ग्रन्थि से निर्मित्त अर्थात् हल्दी की गाँठ की बनी माला से नित्यप्रति एक लाख जप करे और पीलेवर्ण के पुष्पों से उसका दशांश होम करे ।
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रसनां पातु कौमारी भैरवी चक्षुषोर्मम ।
Inside the broad tapestry of Hindu spirituality, the Baglamukhi mantra holds a Specific put. This effective invocation is devoted to Goddess Baglamukhi, one of many 10 Mahavidyas in Hinduism. Known for her capacity to paralyze enemies and quit destructive forces within their tracks, Baglamukhi is commonly sought after by devotees hunting to beat hurdles and reach achievement.
On top of that, Goddess Baglamukhi endows the worshipper with the opportunity to appeal others, and also the bravery to defeat foes and competitors. She shields her believers from all of the world’s wicked powers. This mantra must be recited at the least thrice each day.
देवीं स्मरामि धृतमुद्गरवैरिजिह्वाम् ।।
Goddess Baglamukhi is among the Universal Mom’s strongest forms. Baglamukhi is revered given that the guardian website of advantage and the slayer of all evil because of her unlimited abilities.
Using मंत्रिका beads comprised of turmeric can enhance the potency from the mantra. Practitioners usually give attention to the neutralization of शत्रुओं का (enemies) adverse energies, trying to find to immobilize unsafe forces.
ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा॥